बुजुर्ग !?पार्ट 01

बुजुर्ग!!पार्ट01

हम देख रहे हैं , लगभग 45 प्रतिशत बुजुर्गों की स्थिति अत्यंत नाजुक है।जिसके लिए उनके संस्कार ही दोषी हैं। 

उनके द्वारा बच्चो  को क्या मैसेज मिले? भौतिकता के लिए पहले बच्चों को संस्कार दिये गये।रुपया ,जीवन यापन के लिए पहले जवान बच्चों को दूर शहरों में भेज देना।फिर इसके बाद...?! रिश्ते निभाने का मतलब होता है, परिवार को निभाने का मतलब होता है - समीपता, परस्पर सहयोग, सहकारिता, दुख सुख में काम आना। आज जो बुजुर्ग जवान बेटा बेटियों के बाबजूद एकाकी जीवन जी रहे है और अनेक परेशानियों को झेल रहे हैं तो इसका मतलब यह नही  है हो सकता कि इसके लिए उनके बेटा बेटी दोषी हैं।
हमने देखा है कुछ केस में, बुजुर्गों के द्वारा दिए गए संस्कार आज भुगते जा रहे हैं? जो आज बुजुर्ग हैं, उन्होंने अपनी जवानी में परिवार में क्या संस्कार परोसे? अरे, आज कल पैसा के सामने सब फेल।अरे, पैसा है तो सब कुछ है।अपना  कमाओ, अपना खाओ...आदि । बच्चे दूसरे शहर में जाकर कमाने लगे, जीवन यापन करने लगे।जवानी तक सब चला।अब बुजर्ग होने पर सोंचते हैं कोई सहयोगी नहीं।बच्चो के पास जाकर रहने की भी सोंच नहीं। जीवन में सिर्फ रुपया पैसा महत्वपूर्ण नहीं होता।ये बुजुर्ग आज अपने करनी पर ही परेशान होते है।परिवार का मतलब क्या होता है ?कभी समझा नहीं। परिवार के सदस्य जब अपनी अपनी आवश्यकताओं के लिए अलग अलग शहर में पहुंच जाएंगे तो हमारा व हमारी पारिवारिक स्थिति क्या होगा?इन बुजुर्गों ने अपनी जवानी में कभी नहीं सोचा था।#अशोकबिन्दु

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11 Comments

kashish

12-Feb-2023 11:19 AM

nices

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madhura

01-Feb-2023 02:30 PM

nice

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shweta soni

17-Jul-2022 11:41 PM

Nice 👍

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